Shankhpushpi आयुर्वेदिक चिकित्सा साहित्य में शंखपुष्पी को बहुत ही महत्वपूर्ण औषधि माना गया है। इस औषधि के हहि लाभ है इसीलिए यह आयुर्वदिक जड़ी बूटी बहुत महत्वपूर्ण बन जाती है शंखपुष्पी का साइंटिफिक वैज्ञानिक नाम कॉन्वॉल्वुलूस प्लूरिकॉलिस (Convolvulus Pluricaulis) है। शंखपुष्पी दिमाग की शक्ति,एकाग्रता स्मरण शक्ति और याद करने की क्षमता को बढ़ाता है और शार्प माइंड बनता है। shankhpushpi शंखपुष्पी औषधि का उपयोग दिमागी ताकत और स्मरण शक्ति को बढ़ाने के लिए किया जाता है।
Shankhpushpi शंखपुष्पी के पौधे की उचाई 1 फिट तक होती है और शंखपुष्पी का पौधे का कलर 3 रंगो में होता है लाल सफ़ेद और नीला और इनमे से सफ़ेद पुष्पों,फूलो वाला पौधा सबसे अच्छा और उपयुक्त माना जाता है। शंखपुष्पी पौधे के रूट्स, पत्ते,पुष्प,फूल और स्टेम को औषधि के लिए शामिल किया जाता है। शंखपुष्पी पौधे के फल गोल,चमकदार,चिकने,छोटे और भूरे रंग के होते है। इन फलो का आकार और दिखने में बिलकुल शंख की तरह होता है इसीलिए इस पौधे को शंखपुष्पी कहा जाता है।
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Shankhpushi Ke Fayde In Hindi शंखपुष्पी के क्या फायदे है।
मानसिक थकान में शंखपुष्पी है सहायक Shankhpushpi is helpful in Mental Fatigue In Hindi
जब कोई भी व्यक्ति सुस्ती आलस महसूस करता है और ध्यान केंद्रित नहीं कर पाता है तब ऐसे में शंखपुष्पी का उपयोग बहुत ही लाभकारी होता है। मानसिक थकान के बहुत से रीज़न कारण हो सकते है जैसे की लगातार अध्यन और पढ़ाई करना और लगातार काम करना, कंप्यूटर पर काम करना, किसी भी चीज को सिखने और याद करने पर ध्यान केंद्रित करना जिससे की स्ट्रेस मानसिक थकान और तनाव हो सकता है ऐसे में शंखपुष्पी के सेवन करने से इन सभी समस्याओ से निजात मिलती है। मस्तिष्क दिमाग की मानसिक समस्याओ पर शंखपुष्पी बहुत अच्छी तरह से काम करती है। मानसिक थकान और मन को स्वस्थ रखने के लिए हमारा तनाव मुक्त होना अति आवश्यक है और उत्साह प्रदान करने में शंखपुष्पी औषधि हमारी सहायता करती है।
सिरदर्द में लाभकारी है शंखपुष्पी सिरप। Shankhpushpi Headeche me Faydemand Hai In Hindi
लगातार पढ़ाई,स्टडी और अध्यन करते समय अधितकर स्टूडेंट्स को सिरदर्द की शिकायत रहती है। आँखों की रोशनी कमजोर रहने पर भी सिरदर्द होता है तो फिर आपको ऐसे में शंखपुष्पी का सेवन करना चाहिए क्योकि साधरणतः सिरदर्द मानसिक तनाव और स्ट्रेस,कमजोरी के कारण होता है। शंखपुष्पी मस्तिष्क की नसों को शांत करके मस्तिष्क को शक्ति प्रदान करती है और सिरदर्द का उपचार करती है अगर आपको भी ऐसी समस्या है तो आपको शंखपुष्पी सिरुप का सेवन करना चाहिए।
मस्तिष्क मेमोरी लॉस से बचने में कारगर। Shankhpushpi is Helpful in Memory Loss In Hindi
शंखपुष्पी याद करने की शक्ति को बढ़ाती और लगातार सुधार करती है यह एक मेमोरी बूस्टर के रूप में कार्य करती है। डिमेन्शिआ और मनोभ्रंश के बहुत से कारण हो सकते है लेकिन जब सभी कारण मिलकर मस्तिष्क को मेमोरी लॉस की और ले जाते है ऐसे में शंखपुष्पी मस्तिष्क की कोशिकाओं को क्षति पहुंचने से रोकती है और मेमोरी लॉस से बचती है। शंखपुष्पी दिमाग की याददाश्त , मनोभ्रंश और स्मृति की हानि के लक्षणों के उपचार के लिए तंत्रिकाओं और कोशिकाओं पर लगातार सुधार का कार्य करती है।
अतिसंवेदनशील की समस्या का हल है शंखपुष्पी पाउडर। Shankhpushpi uses in Hypersensitivity in Hindi
अगर कोई भी व्यक्ति चमकता हुवा प्रकाश, जोर से आवाज और स्ट्रांग मजबूत गंध को सहन नहीं कर पाता है तो ऐसे व्यक्ति को अतिसंवेदनशील कहा जाता है इसका कारण शरीर की तंत्रिकाओ का अतिसंवेदनशील होना होता है। इस समस्या के इलाज में अकेले शंखपुष्पी ही सहायक नहीं होती है इसके अलावा भी अन्य औषधियों की जरुरत होती है 250 मिलीग्राम शंखपुष्पी पाउडर के साथ में 125 मिलीग्राम प्रवाल पिष्टी,125 मिलीग्राम भस्म अभ्रक,125 मिलीग्राम मुक्त (मोती) 50 मिलीग्राम रजत भस्म को मिलाकर संयोजन लेने से लक्षणों में उपचार करने में सहायक और प्रभावी है।
ध्यान की कमी और कंसन्टेशन एकाग्रता बढ़ाये शखपुष्पी। Shankhpushpi is Helpful in Consecration in Hindi
जिन लोगो में ध्यान की कमी होती है उनमे मानसिक चिड़चिड़ापन और आवेग ज़्यादा होता है ऐसे में शंखपुष्पी अकेले इस तरह की तकलीफ के सहायक नहीं होती है इसके साथ में आपको 250 मिलीग्राम शंखपुष्पी पाउडर,125 मिलीग्राम मुक्ता,500 मिलीग्राम ब्राह्मी,और 30 मिलीग्राम अभ्रक भस्म को मिलाकर इसका सेवन करे।
डिप्रेशन थकान और तनाव को दूर करे शंखपुष्पी। Shankhpushpi uses in Depression In Hindi
जिस किसी व्यक्ति वर्ग को डिप्रेशन और मानसिक तनाव,अवसाद हो, यह सभी शारीरक परिवर्तन, हार्मोन्स में परिवर्तन और न्यूरोट्रांसमीटर असंतुलन के प्रभावित होने के कारण होता है। शंखपुष्पी मस्तिष्क के असुन्तनल के मामले में काफी प्रभावी है यह डोपामाइन के स्त्राव को बढ़ाकर व्यक्ति को स्वस्थ और सतर्क महसूस करता है। इसके अतिरिक्त हार्मोन परिवर्तन में शंखपुष्पी इतनी प्रभावी नहीं मानी जाती है।
भूख बढ़ाने में सहायक। Shankhpushpi Cyrup is Helpful in Hunger In Hindi
शंखपुष्पी औषधि भूख बढ़ाने में काफी सहायक है शंखपुष्पी में पाचन तंत्र को उत्तेजित कर भूख बढ़ाने के उत्तम गुण होते है। शंखपुष्पी के सेवन करने से भूख बढ़ने में मदद मिलती है।
बार बार होने वाले गर्भपात को रोकने में सहायक है शंखपुष्पी। Shankhpushpi is helpful in Habitual Miscarriages In Hindi
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार गर्भपात की सरंचना कमजोरी होना बताया गया है। इसके उपचार के लिए और गर्भाशय को स्वस्थ और मजबूत बनाने के लिए 1.5 ग्राम शंखपुष्पी को 1.5 ग्राम अश्वगंधा के पावर के साथ मिलाकर देना होता है । पीड़ित महिला को बार बार होने वाले गर्भपात को रोकने के लिए 3 महीने का पूरा कोर्स लेना होता है उसके बाद ही गर्भ धारण करना चाहिए।
शंखपुष्पी के क्या साइड इफ़ेक्ट और नुक्सान है। Shankhpushpi side effects in Hindi
आयुर्वेद चिकित्सा के अनुसार शंखपुष्पी का कोई दुष्प्रभाव व साइड इफेक्ट्स नहीं है। लेकिन गर्भवती महिला को इसका सेवन नहीं करना चाहिए या फिर काम मात्रा में सेवन करना चाहिए। अगर डॉक्टर,चिकित्सक से परामर्श करके सेवन करे तो और अच्छा है। यह उन महिलाओ के लिए काफी उपयोगी है जो अपने शिशु को स्तनपान कराती है, यह औषधि 3 साल से अधिक आयु वाले वर्ग के लिए उपयोगी और सुरक्षित ह। शंखपुष्पी रक्तचाप को कम करता है इसलिए जिनको ब्लड प्रेशर बीपी जिनका कम होता है उन्हें बिना डॉक्टर की सलाह के बिलकुल भी इसका सेवन नहीं करना है। उक्त रक्तचाप का उपचार जिनका भी चल रहा है उन्हें बिना डॉक्टर चिकित्सक की सलाह से इसका सेवन नहीं करना है और कुछ लोगो को शंखपुष्पी का तजा हर्बल पेस्ट सेवन करने में परेशानी हो सकती है क्योकि हर्बल पैसे का स्वाद थोड़ा स्ट्रांग होता है इसीलिए।
Shankhpushpi Dosage In Hindi शंखपुष्पी की खुराक कैसे लेना है और कितनी लेना है।
शंखपुष्पी आपको बाजार में कही तरह का मिलता है जैसे की शंखपुष्पी सिरुप,शंखपुष्पी पाउडर, अर्क,शंखपुष्पी हर्बल पेस्ट,कैप्सूल्स। आपको निचे दी गयी मात्रा में इसका सेवन करना या फिर आप डॉक्टर,चिकित्सक के परामर्श के अनुसार सेवन करे । खुराक की मात्रा की जानकारी हमने आपको आयुर्वेदिक पद्दति की अनुसार दी है। इसका सेवन करने से पहले डॉक्टर, आयुर्वेदिक वेद के परामर्श अनुसार ही करे।
शंखपुष्पी पाउडर :- 2 ग्राम प्रतिदिन एक बार
शंखपुष्पी कैप्सूल्स :- 1 दिन में 2 बार
शंखपुष्पी सिरुप :- 1 से 2 चम्मच,5-10 ML दिन में 2 बार
शंखपुष्पी पेस्ट :- 1-2 ग्राम कड़ा बनाकर दिन में 1 बार
शंखपुष्पी अर्क :- 200-250 मिलीग्राम प्रतिदिन विभाजित मात्रा में दिन में २ बार
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