Turbo Mode सभी एयर कंडीशनर में टर्बो मोड का फीचर नहीं होता है हर एक ब्रांड में कुछ स्पेसिफिक मॉडल्स ही आपको मिलेंगे जिसमे आपको टर्बो मोड मिलेगा। जिन एयर कंडीशनर्स में टर्बो मोड होता है उसके रिमोट में आपको टर्बो मोड का स्पेसिफिक बटन मिल जायेगा या फिर पावर चिल, जेट के नाम से भी मिल सकता है। ज़्यादातर ब्रांड्स टर्बो नाम ही यूज़ करते है। जब कभी आप टर्बो बटन को प्रेस करते है तब कुछ स्पेसिफिक टाइम का एक प्रोग्राम चलता है और वो टाइम ब्रांड टू ब्रांड वैरी करता है हर एक ब्रांड का अपना एक स्पेसिफिक टर्बो टाइम होता है जैसे की सैमसंग में 30 मिनट्स का होता है और डाइकिन में 20 मिनट्स का होता है इस तरह से हर एक ब्रांड अलग अलग प्रोग्राम टाइम होता है।
Turbo Mode कैसे काम करता है ?
जैसे ही आप टर्बो का बटन प्रेस करेंगे तब आपके एयर कंडीशनर का कम्प्रेस्सर 100% या उसकी जो भी मैक्सिमम कैपेसिटी है उस पर चलने लगेगा और साथ में फैन स्पीड भी मैक्सिमम पर चलने लगती है कुछ फिक्स प्रोग्राम टाइम तक। इस टाइम के बिच में आप न ही टेम्प्रेचर को कम ज़्यादा कर सकते हो और ना ही फैन स्पीड को याने की आपका एयर कंडीशनर एक आटोमेटिक मोड में चला जाता है जिसमे मैक्सिमम कूलिंग थ्रो करता है और इससे आपके रूम जल्दी से कूलिंग मिलना शुरू हो जाएगी। यही टर्बो मोड का काम होता है ।
टर्बो मोड टेक्नोलॉजी हमारे कितने काम की है और हमें इसे कब यूज़ करना चाहिए। When Turbo Mode Technology Should Be Use in Hindi |
टर्बो मोड आप कभी भी यूज़ कर सकते है मान लीजिये आप ड्राई मोड यूज़ कर रहे हो और अपने टर्बो मोड प्रेस कर दिया है तब ऑटोमेटिकली आपका एयर कंडीशनर टर्बो मोड में शिफ्ट हो जायेगा। और जब कभी टर्बो मोड का टाइम ख़तम हो जायेगा तब वापस ऑटोमेटिकली ड्राई मोड में शिफ्ट हो जायेगा। मतलब ये है की आप जिस किसी मोड में प्रेजेंट में है और अगर अपने टर्बो मोड प्रेस कर दिया है तो टर्बो मोड के फिक्स्ड टाइम ख़त्म होने के बाद उसी मोड में वापस आपका एयर कंडीशनर आ जायेगा । जब कभी आप टर्बो मोड चलाएंगे तब इम्मीडिएटली कम्प्रेस्सर को करंट मिलेगा और कम्प्रेस्सर तुरंत चालू हो जायेगा ऐसा केवल टर्बो मोड पर ही होता है नोर्मल्ली कम्प्रेस्सर में टाइम डिले का फीचर होता है इसीलिए कम्प्रेस्सर थोड़ा टाइम लेकर स्टार्ट होता है लेकिन टर्बो मोड में तुरंत चालू हो जाता है।
Turbo Mode का उपयोग कब करे ?
आप इसे ऐसे समझ सकते है की मान लीजिये आप कही बाहर से आये है घर पर और अपने एयर कंडीशनर चालू किया है तब कम्प्रेस्सर तुरंत चालू नहीं होगा क्युकी हर एयर कंडीशनर में टाइम डिले फीचर होता है और कम्प्रेस्सर थोड़ा टाइम लेकर सबसे अंत में स्टार्ट होता है इस पर हमने आलरेडी लेख लिखा है आप वो लेख जरूर पड़े। अगर आप तुरंत आपके एयर कंडीशनर्स के कम्प्रेस्सर को चालू करना चाहते है जिससे आपको तुरंत कूलिंग मिलना चालू हो जाये तब आप टर्बो बटन का यूज़ जरूर कर सकते है।
लेकिन अगर इलेक्ट्रिसिटी चली गयी है और दोबारा वापस इलेक्ट्रिसिटी आयी है तब अगर आप एयर कंडीशनर चालू करेंगे तब वापस कम्प्रेस्सर लेट स्टार्ट होगा क्युकी टाइम डिले फीचर होता है उसके कारण उस कंडीशन में बहोत से लोग टर्बो बटन दबा देते है ऐसे में कम्प्रेस्सर चालू तो हो जायेगा लेकिन एक टाइम बाद आपका कम्प्रेस्सर ख़राब भी हो सकता है। ऐसे में आपको टर्बो बटन यूज़ नहीं करना है।
क्या टर्बो मोड यूज़ करने से बिजली की खपत ज़्यादा होगी? Disadvantages of turbo mode in ac (does turbo mode in ac consume more electricity)
जी हां दोस्तों ऐसे में बिजली की खपत ज़्यादा ही होगी क्युकी टर्बो मोड में आपके एयर कंडीशनर कम्प्रेस्सर मैक्सिमम एफिशिएंसी पर काम कर रहा है ऐसे में बिजली भी मैक्सिमम ही लेगा और फिर बिजली की खपत भी ज़्यादा ही होगी।
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